JAMMU:मूवमेंट कल्कि द्वारा गौ माता को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने, कठोर गौ रक्षा कानून बनाने और गौशालाओं के निर्माण की मांग को लेकर जारी ऐतिहासिक आंदोलन आज 113वें दिन में प्रवेश कर गया। यह आंदोलन दिन-रात लगातार जारी है और पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है।
आज, मूवमेंट कल्कि के बोर्ड सदस्य मोहित शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्रा जी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें गौ माता के सम्मान और सुरक्षा को लेकर सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की गई। इस ज्ञापन में स्पष्ट किया गया कि जब तक गौ माता को "राष्ट्र माता" का दर्जा नहीं मिलता और गौशालाओं के निर्माण व गौ-हत्या पर सख्त कानून लागू नहीं किए जाते, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।
इस मौके पर मूवमेंट कल्कि के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने गऊ माता की रक्षा के लिए एकजुटता की शपथ ली और सरकार को चेतावनी दी कि यदि जल्द ही उनकी मांगों पर निर्णय नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और अधिक व्यापक रूप दिया जाएगा।
मूवमेंट कल्कि के बोर्ड सदस्य सपना हिन्दू ने इस अवसर पर कहा,
"गौ माता सिर्फ एक पशु नहीं, हमारी संस्कृति, आस्था और सनातन परंपरा की आत्मा हैं। जब तक उन्हें राष्ट्र माता का सम्मान नहीं मिलेगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे। हमारा यह आंदोलन सरकार को जगाने और जनमानस को इस पवित्र अभियान से जोड़ने के लिए है।"
इस आंदोलन में धर्माचार्य, संत, समाजसेवी, एवं गौ भक्तों का अपार समर्थन मिल रहा है, और हर दिन इसकी ताकत बढ़ती जा रही है।
जल्द होगा एक विराट संत महासम्मेलन
मूवमेंट कल्कि ने घोषणा की है कि जल्द ही देशभर के संतों, महंतों, और धर्माचार्यों के साथ एक विराट संत महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करवाने के लिए अगली रणनीति तय की जाएगी।
यह आंदोलन सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि गौ माता के सम्मान और सनातन संस्कृति की रक्षा का संकल्प है। मूवमेंट कल्कि इस अभियान को हर हाल में अंजाम तक पहुंचाएगा।