Delhi:प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट की विश्व भर में चर्चा है। पीएम मोदी के इस पॉडकास्ट ने भारत की सफल विदेश नीति का भी उदाहरण दे दिया है। हमेशा दुनिया के मुद्दों पर लड़ते रहने वाले चीन और अमेरिका, दोनों ने ही पॉडकास्ट को लेकर प्रशंसा की है।
पीएम मोदी के लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी सोशल मीडिया पोर्टल पर साझा किया। राष्ट्रपति ट्रम्प ने 2 घंटे से अधिक लम्बे इस पॉडकास्ट को ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा किया है। पीएम मोदी ने इस घटना के बाद ट्रुथ सोशल पर अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई है।
पीएम मोदी ने इस पोर्टल पर अपना काउंट बनाते हुए डोनाल्ड ट्रम्प के साथ एक फोटो साझा की। उन्होंने लिखा, “ट्रुथ सोशल पर आकर ख़ुशी हुई!, मैं यहाँ मौजूद सभी उत्साही लोगों के साथ बातचीत करने तथा आने वाले समय में वार्तालाप में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ।”
गौरतलब है कि ट्रुथ सोशल राष्ट्रपति ट्रम्प का खुदका सोशल मीडिया पोर्टल है। यह उन्होंने अपना अकाउंट ट्विटर से प्रतिबंधित किए जाने के बाद लॉन्च किया था। हालिया दिनों तक सारी बड़ी जानकारियाँ वह इसी अकाउंट के माध्यम से दे रहे थे। बीते दिनों उनका ट्विटर अकाउंट भी रिस्टोर कर दिया गया था।
वैश्विक राजनीति में अमेरिका का प्रतिद्वंदी और धुर विरोधी चीन भी पीएम मोदी के इस पॉडकास्ट की प्रशंसा की है। पॉडकास्ट में भारत-चीन रिश्तों को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणियों पर चीनी विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी की है।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, “चीन भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत-चीन सम्बन्धों पर की गई सकारात्मक टिप्पणियों की सराहना करता है। चीन दोनों देशों के नेताओं के बीच साझा समझ वाले मुद्दों पर काम करने के लिए तैयार है। दोनों देशों के राजनयिक रिश्तों के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में हम सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।”
माओ निंग ने आगे कहा, “मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूँ कि 2000 से अधिक वर्षों के आपसी संबंधों के इतिहास में दोनों देशों ने दोस्ताना रिश्ते बनाए रखे हैं और एक-दूसरे से सीखा है तथा उपलब्धियों और मानव प्रगति में योगदान दिया है।”
निंग ने कहा कि हाथी (भारत) और ड्रैगन (चीन) के बीच बैले नृत्य जैसा सहयोग होना चाहिए। लेक्स फ्रीडमैन के पॉडकास्ट के बीच पोलैंड के उप विदेश मंत्री ने भी पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को परमाणु हथियार ना चलाने पर राजी किया था।